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UP Board 2025 में नकल और सरकारी काम में रुकावट: मामला बढ़ा

उत्तर प्रदेश में 2025 के UP Board की परीक्षा के दौरान औरैया जिले में एक बड़ा नकल मामला सामने आया है। इस मामले में समाजवादी पार्टी (S.P.) के सांसद देवेश शाक्य, कॉलेज प्रबंधन और उनकी बहन के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस इस मामले में जांच कर रही है, जिसमें कॉलेज के स्टाफ से पूछताछ की जा रही है।

क्या हुआ था 3 मार्च को?

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3 मार्च 2025 को सिद्धार्थ इंटर कॉलेज, भटौरा बिधूना में गणित और जीव विज्ञान के पेपर के दौरान प्रशासन को सूचना मिली कि यहां पर नकल कराई जा रही है। सूचना मिलने के बाद जोनल मजिस्ट्रेट और एसडीएम गरिमा सोनकिया ने टीम के साथ कॉलेज का निरीक्षण किया। इस दौरान कॉलेज के कर्मचारी कुलदीप कुमार को रजिस्टर से नकल कराते हुए पकड़ा गया। 📝🔎

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एसडीएम और कॉलेज स्टाफ के बीच धक्का-मुक्की

नकल की घटना का खुलासा होते ही, एसडीएम और कॉलेज स्टाफ के बीच धक्का-मुक्की हुई। यह घटनाक्रम इतना बढ़ गया कि एसडीएम का मोबाइल टूट गया। जब एसडीएम ने नकल के प्रमाण के रूप में छात्र की उत्तर पुस्तिका को जब्त करने की कोशिश की, तो कॉलेज स्टाफ ने उनका विरोध किया। इस बीच जिलाधिकारी डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी और एसपी अभिजीत आर शंकर भी मौके पर पहुंचे और स्थिति को संभाला। 📱💥

S.P. सांसद ने किया राजनीतिक षड्यंत्र का आरोप

S.P. सांसद देवेश शाक्य ने इस पूरे मामले को राजनीतिक षड्यंत्र बताया। उनका कहना था कि उनके खिलाफ यह मुकदमा एक साजिश के तहत दर्ज किया गया है, ताकि उनकी छवि खराब की जा सके। देवेश शाक्य का कहना है कि यह पूरी घटना उनके खिलाफ एक पूर्व नियोजित योजना के तहत की गई है। ⚖️

क्या-क्या कार्रवाई की गई?

मुकदमा दर्ज होने के बाद, कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई है। नामजद आरोपियों में देवेश शाक्य, उनकी बहन अंचल शाक्य (जो कि कॉलेज की प्रधानाचार्य हैं) और कॉलेज के लिपिक कुलदीप कुमार का नाम शामिल है। जिला विद्यालय निरीक्षक ने केंद्र व्यवस्थापक प्रज्ञा के खिलाफ भी कार्रवाई की और उन्हें पद से हटा दिया गया। 🎓⚖️

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प्रमुख बिंदु:

नकल का बड़ा मामला:

  • औरैया जिले के सिद्धार्थ इंटर कॉलेज में नकल कराने के आरोप में S.P. सांसद देवेश शाक्य, उनकी बहन और कॉलेज स्टाफ के खिलाफ मुकदमा दर्ज। 📝

एसडीएम के साथ धक्का-मुक्की:

  • नकल रोकने की कोशिश में कॉलेज स्टाफ ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बदसलूकी की, और मोबाइल टूटने की घटना भी हुई। 🤦‍♀️

साजिश का आरोप:

  • S.P. सांसद देवेश शाक्य ने इसे राजनीतिक षड्यंत्र बताया और कहा कि यह मामला जानबूझकर उनके खिलाफ रचा गया है। 🔴

कड़ी कार्रवाई:

  • कॉलेज के प्रबंधन और अन्य कर्मचारियों के खिलाफ प्रशासन ने सख्त कदम उठाए और संबंधित व्यक्तियों को उनके पद से हटा दिया। 🚫

कॉलेज प्रबंधन और प्रशासन की कार्रवाई

जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा की गई कार्रवाई में सिद्धार्थ इंटर कॉलेज के केंद्र व्यवस्थापक को पद से हटा दिया गया। साथ ही, नकल रोकने के लिए और भी कड़े कदम उठाए जा रहे हैं। यह कार्रवाई UP Board 2025 परीक्षा की निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए की गई है। 🎓✅

Conclusion:

UP Board 2025 की परीक्षा में नकल और प्रशासन की कार्रवाई एक बड़े विवाद का कारण बनी है। S.P. सांसद देवेश शाक्य द्वारा इसे राजनीतिक षड्यंत्र बताने के बावजूद, प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई की है। यह घटना यह सिद्ध करती है कि परीक्षा के दौरान नकल को रोकने के लिए प्रशासन ने पूरी तरह से मुस्तैदी से काम किया है। क्या यह कार्रवाई और कड़ी होगी? समय बताएगा। 📖🕵️‍♂️

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Disclaimer:

इस लेख का उद्देश्य केवल जानकारी साझा करना और समाज में शिक्षा के क्षेत्र में हो रही घटनाओं को उजागर करना है। हम किसी भी व्यक्ति, संस्था या पार्टी के खिलाफ अपमानजनक या झूठे आरोप नहीं लगा रहे हैं। सभी जानकारी सटीक तथ्यों पर आधारित है, और हम पाठकों से अपील करते हैं कि वे किसी भी मामले को पूरी तरह से समझकर और विचारपूर्वक प्रतिक्रिया दें। शिक्षा का उद्देश्य सभी को समान अवसर देना है, न कि किसी भी तरह की गड़बड़ी को बढ़ावा देना। 🙏📚

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